मेरा हौंसला!
हर रास्तें पर,
अकेले ही कदम बड़ाया हैं हमनें !
हर मंजिल को खुद ही पाया हैं हमनें !
आगे बड़तें रहने का हौंसला हैं ,
और गिरके संभलनें की आदात हैं मुझे !
इसलिये अपना हर सपना,
दूसरों के दम पर नहीं ,
अपने ही हुनर से ,
पूरा करने का जोखिंम उठाया हैं हमनें !
रिश्तों की कमी नहीं,
दोस्तों का भी प्यार साथ हैं !
पर फिर भी किसी को अपना सहारा ,
नहीं बानाया हैं हमनें !
य़े दुनिया हैं मेरे दोस्तों!
कब कौन बदल जायें
किस मोड़ पर !
इसलिये हर रिश्ते को,
बड़ी ईमान्दारी से निभाया हैं हमने !
- रेखा रुद्राक्षी।