साथ निभाता कौन हैं?
सभी को इस जहां में,
सच्चा हमसफ़र चाहिए!
पर ताउम्र साथ निभाता कौन है?
हर इन्सान के दिल में हैं दर्द काफी,
यहां दर्दों-रंज से बचा कौन है?
दाग लगाते हैं, दुसरों के दामन में लोग,
दूध का इस दुनिया में,
बतायें धुला कौन है?
मिट्टी का तन, सबका हैं संसार में,
मोतियों से जहां में, भला जड़ा कौन है?
रोकता है मुझे,
हर बुराई करने से जो,
मेरे अंतर्मन में, ये आख़िर छुपा कौन है?
हर शख्स के वजूद पर लगे है दाग,
इस ज़माने में,
अब साफ आइना कौन है?
खुदा को मालूम है, सबके दिल का हाल!
यहां बेवफ़ा कौन है!और वफ़ादार कौन है!
हर किसी को शिकायत है,
अपनी किस्मत से,फिर भी इस दुनिया में, मरना चाहता कौन है?
साफ नीयत, अपने आपको
बताता है हर कोई!
सभी पाक है,तो आखिर बुरा कौनहै?
सब मतलबी है,सोचते है अपने बारे में!
किसी और के बारे में,
अब सोचता कौन है!
- रेखा रुद्राक्षी।